Detailed Notes on Energy Healing

ॐ भगवती भग भागदायिनी ‘देवदत्ती’ मम मोहय कुरु कुरु स्वाहा।

अर्थ: “मैं भगवान के मोहिनी रूप को प्रणाम करता हूँ। आप (अमुक व्यक्ति का नाम) को मेरे वश में करें।”

In case you’re interested by working towards these, it’s greatest to hunt assistance from a trustworthy spiritual Instructor or practitioner. Vashikaran mantras usually are not for use casually—they do the job with your energy and need to be approached with honesty and care.

यह मंत्र विवाह संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए उपयोग किया जाता है। इसके उच्चारण से, आप विवाहित या विवाह करने वाले व्यक्ति को अपने वश में कर सकते हैं और उन्हें अपने साथ एक सम्बंध बनाने में मदद कर सकते हैं।

1. Kamdev Vashikaran Mantra to get preferred man or woman as everyday living-husband or wife and to provide pleasure in physical relationship:-

मात्र बेसन और कुछ आसानी से मिलने वाली सामग्री के साथ...

पान पढ़ि खिलावे, त्रिया जोरि बिसरावे, क्षीरे त्रिया तोरा साथ नहि जावे, नाग वो नागिन फेन काढ़े, तोर मुख न हित जाए वो, रे नागा, दोहाई गुरु नानक शाही का, दोहाई डाकिन का।

लेकिन भाई, इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप किसी को कठपुतली बना सकते हैं। प्राचीन तंत्र ग्रंथों में वशीकरण का उद्देश्य कभी भी किसी का बुरा करना या उसकी स्वतंत्रता छीनना नहीं था। 

क्या वशीकरण से कोई व्यक्ति मेरे पास वापस आ सकता है?

ॐ नमो काल भैरव काली रात काला आया आधी रात चलै कतार बांधू तू बावन वीर पर नारी सो राखै सीर छाती घरिके वाको लाओ सोती होय जगा के लाओ बैठी होय उठा के लाओ शब्द सांचा पिण्ड काचा फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा सत्य नाम आदेश गुरु का।

श्री राम नाम खेली अकनक बीरी। सुनिये नारी बात हमारी। एक पान संग मंगाय। एक पान सेज सौं लावे। एक पान मुख बुलावै। हमको छोड़ और को देखे। तो तेरा कलेजा, मुहम्मद वीर चक्खे।

वशीकरण मंत्र का उपयोग करने से आप किसी को अपनी आज्ञाकारी शक्ति के तहत ला सकते हैं। यह उन विशेष तत्वों को जगाने का कार्य करता है जो व्यक्ति को आपकी आज्ञाएं मानने और कार्य करने here में प्रेरित कर सकते हैं।

राजहंस का स्वतः गिरा हुआ पंख, कोचनी का पुष्प एवं सफेद गाय का दूध- इन सबको मिलाकर खीर बनाएं। फिर उपर्युक्त मन्त्र द्वारा खीर की एक सौ आठ आहुतियाँ दें। इससे मन्त्र सिद्ध हो जाएगा। प्रयोग के समय नित्य ग्यारह दिनों तक इसी मन्त्र का एक सौ जप करके इच्छित स्त्री या पुरुष का ध्यान करें। जिसका भी ध्यान किया जाएगा, वह वश में हो जाएगा।

वह विद्या ऐसी हैं यदि विधिपूर्वक की जायं तो पूरा २ अब भी असर करती हैं। लेकिन सिद्धि कार्य कर्त्ता पर निर्भर है।

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